Sir, this man nitesh Vijaykumar khawani blackmailed me. Is admine muzko 5 din se torture krraha he. Ye aadmi uske companies ke employees ke jariye muze suicide krnekeliye pressurized krraha he. Ye nitesh kawani fraud admine muze 50000 ki demand ki hain. Wo muzko aur mere pariwar ko uske vakil nehal mehta aur minhaz Patel ke jariye mere gharpe notice bhejneeki dhamki diya he. Mene usko agar paise nahi bhare to woh mere upar criminal case Surat police commissioner me mere khilaf FIR darj knreki dhamki muze harroj derahe he jabki mera adharcard bhi unke pas hain. Nitesh Vijaykumar khawani isne muze dhamki diya he ki me police station me agar uske khilaf complaint dalnegaya to wo mere aur mere gharwalonko mardega. Hum bohot dare huye hhe. Pls sir help me.
All india data typing Fraud company threatening mail call msg by Nitesh Vijaykumar khawani
- Last Post 26 September 2020
Don't worry khuch Nahi honga totally fack
This is Nitesh Khawani and I am personally writing a reply to these comments. In the matter stated above I want to inform everyone commenting over here that I am aware of the person uploading these comments. However this matter is subjudice. I have received a clear chit from the court and the court has agreed that this is a matter where I deserve to be given benefit of doubt. I have clearly achieved the favor of law against all those who are blackmailing me and wrongfully trying to extort my money. The court also ruled in my favor in this regard. These are merely methods and instruments which are used to harass and torture me. I will also take steps against this in due time. Hence anyone and everyone conspiring against me shall be warned against their actions. The court and judiciary is above all such spamming posts on this website. I have clearly won against torturing agents and will proceed legally only against everyone.I also want to inform that none of these allegations are true and all of these situations are falsely created. I do not own any of the above mentioned companies nor am i directly or indirectly involved in them
आरोपी नितेश विजयकुमार खवानी को कोई भी कोर्ट से अभितक क्लीन चिट या क्लिअर चिट नही मिली हैं और नहीं आरोपी नितेश विजयकुमार खवानी कोई भी कोर्ट से बाइज्जत बरी हुआ हैं. जब कि आरोपी नितेश विजयकुमार खवानी इसने खुदसे उसकी तरफसे जिस कोर्ट मे जमानत कि अर्जीया डाली हॆ वहां उसने खुद उसकी तरफसे जमानत पानेकेलिए फिर्यादियोंके तथा विक्टिम्स की तरफसे जो रकम उसने और उसके डाटा टाइपिंग फॉर्म फिलिंग कम्पनियोने फर्जी एड्वोकेट तथा कोर्ट केस की धमकिया देकर जो भी लूटी हुई रकम थी वह सारी रकम आरोपी नितेश विजयकुमार खवानी इसने खुद उसकी तरफसे कोर्ट में सारी रकम जमा की है इसका मतलब इसने उसके आरोप खुद कबुल करके कोर्ट में पीड़ित लोगोंके पैसे जो उसीने खुद पीड़ित लोगोंसे झूठी डाटा एंट्री तथा फर्जी काम देकर बनावटी अग्रीमेंट्स देकर जो पीड़ित लोगोंको झूठी कोर्ट की धमकिया देकर ब्लैकमेल करके हड़पे हुए सारे पैसे आरोपी नितेश विजयकुमार खवानी ने उसकी तरफसे खुद कोर्ट मैं जमा किये हैं तभी उसको जमानत मिली हैं. इसका सीधा सा मतलब यही निकलता हैं की आरोपी नितेश विजयकुमार खवानी अगर इस फ्रॉड मैं या उसका इन डाटा टाइपिंग फॉर्म फिलिंग कॅप्टचा फीलिंग जैसे ऑनलाइन डाटा एंट्री फ्राड कम्पनीज से कोई सम्बन्ध या कोई भी ताल्लुक न होता तोह ये आरोपी नितेश विजयकुमार खवानी खुद उसकी तरफसे लोगोंसे ब्लेकमेल की गयी रकम जमानत के लिए कोर्ट में डिपोसिट ही नहीं करता और न ही उसके ऊपर इतने सारे इंटरनेट पर सन २०११ से फ्राड होने की कमेंट्स तथा लीगली ऍफ़ आई आर दर्ज ही न हूई होती। कोविड १९ की वजहसे आरोपी नितेश खवानी को जमानत मिली हैं. कोविद १९ महामारी की वजहसे बडेसे बड़े खतरनाक गुन्हेगार तथा आरोपियोंको पेरोल तथा जमानत पर छोड़ दिए गए हैं. जमानत पे छूट जानेसे कोईभी आरोपी को कोर्ट से क्लिन चिट नहीं मिलती. जबकि आरोपी नितेश विजयकुमार खवानी और उसके साथीदारों के उपर केरल, हरियाणा, उत्तराँचल, छत्तीसगढ़ तथा आंध्रप्रदेश राज्योंसे भी इसी साल 2020 मे लगभग ७ FIR और दर्ज हुए हैं CRPC 154 u/s IPC section 420, 467, 468, Information Technology Act 66, 66A,66C,66D. मेरे पास उन ७ FIRs के copies हे जिसमें आरोपी यही हे| कोईभी इन डाटा टाइपिंग फॉर्म फिलिंग, रिज्यूम फिलिंग, तथा कॅप्टचा फिलिंग जैसे फर्जी जॉब देने वाले डाटा एंट्री डाटा टाइपिंग जॉब्स कंपनियों के झांसे में न आये और नहीं ऐसे फ्रॉड फर्जी कंपनियोंको कोईभी पैसे न भरे. मैं एक रिपोर्टर हूँ और इसके ऊपर रिसर्च करके एक डाक्यूमेंट्री बना रहा हूं. अभी कोर्ट के ट्रायल्स होने भी बाकी हे. एसेही ट्रायल से पेहले किसीभी आरोपी तथा क्रिमिनल को कोई भी कोर्ट क्लिन चीट नही देता. अगर किसीको सही इनफोरमेशन चाहीये हो तोह मुझसे कोंटेक्ट करॆं . क्योकी, आरोपी नितेश खवानी के उपर ७ FIR ओर हुये हे. सच सबको पता चलनाही चाहीये.